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Anvi ka drama

राजस्थान

एक बड़ी से हवेली के अंदर एक 28 साल की लड़की जो साड़ी पहने, मांग में सिन्दूर लगाए दिखने में काफ़ी सुन्दर थी, वह हॉल मे कुछ लोग के साथ बैठी थी, तभी उसमे से एक बुजुर्ग इंसान बैठा था, उनका रुतबा देखने से ही लग रहा था उनका कोई रॉयल फॅमिली से है, वह इस घर के मुखिया है उनकी कही बात कोई नहीं टालता सिवाय एक के वह कहानी मैं आगे पता चलेगा आपको वह इस लड़की के के दादा ससुर (बिजय प्रताप सिंह), और उसी के दूसरे साइड सोफे पर दो लोग बैठे थे वह उनके बेटे, बहु थे बेटा( वीर) और बहु (अनु), तभी बिजय जी ने उस लड़की से पूछा साधना अनुराग कहा है साधना दादा जी उनकी मीटिंग थी तो वह जल्दी office चले गये है, यह सुन कर अनुराग office चला गया है, उन्होंने बस हम्म कहा, तभी अनु जी ने कुछ सोच के पूछा बेटा अन्वी कहा है, स्कूल से नहीं आयी किया, साधना नहीं माँ उसको आये तो 1घंटे हो गये है, अभी तक तो उससे निचे आ जाना चाहिये, अनु जी तुरत चिंतित सवर में बोली कही फिर से princess को फीवर तो नहीं आ गया रुको में देख कर आती हूँ, जैसे वह उठने लगी, वैसे ही साधना माँ रुकिए में जा के देख कर आती हूँ, इतना बोल कर वह तुरंत उठ कर देखने चली गयी, जब वह सीढ़िओ से ऊपर जा रही थी, पर उसके चेहरे पर बहुत ही चिंता की लकीर थी, अन्वी को लेकर क्युकी वह जानती थी की एक बार अन्वी को फीवर हो जाता है, वह बहुत कमजोर हो जाती है, यही सब सोचते हुए

वह ऊपर एक लेफ्ट साइड रूम के पास आती है, उस रूम का दरवाज़ा अंदर से बंद नहीं था, इस लिए थोड़ा पुस करने से खुल गया, दरवाज़ा खुलते ही रूम के अंदर का नज़ारा देख कर उसकी आंखे छोटी हो जाती है, वह देखती रूम door के पास shoe रखे बेड के निचे socks पड़े है, बेग बेदर्दी से बेड पर था

उसी बेड एक कोने में अपने में सिमटी हुई लड़की सो रही है, वह अभी तक स्कूल यूनिफार्म में ही थी, उस लड़की की उम्र देखने से (17),की लग रही थी उसका चेहरा अभी बालो से ढाका हुआ था, साधना यह सब देख के खुद से कहती है इस लड़की कुछ नहीं हो सकता, सारे सामान को अपनी जगह रख कर, वह उस सोई हुई लड़की के पास आयी, आवाज़ दी अन्वी उठो यह सब किया है तुमने अभी तक यूनिफार्म भी चेंज नहीं किया, साधना की आवाज से वह लड़की अपनी आंखे मलते हुए उठती गयी, अपनी उनिंदा से मीठी सी आवाज़ में दी किया हुआ, साधना किया हुआ तुम अभी तक फ्रेश नहीं हुई, निचे सब परेशान है आपके लिये और आपसे कितनी बार बोली पहले फ्रेश होकर कुछ खा लिया करो, यह सब बोलते वक़्त उसके चेहरे पर नाराजगी दिख रही थी, यह देख कर तुरंत अपनी di को पीछे से गले लगा लेती है, सॉरी di आगे से ऐसा नहीं होगा, अन्वी के गले लगाने से साधना की नाराजगी पल भर में गायब हो जाती है, वह उसकी बात पर पलट के सामने होती है, अन्वी का चेहरा दिखता है, दिखने मे लड़की बहुत सुन्दर गोरा रंग, ग्रे आंखे, दिखने मैं अप्सरा की तरह वह साधना के गाल पर किश करके washroom चली जाती फ्रेश होने, वही दूसरी तरफ veer अपने रूम में फ़ाइल खोज रहे थे जो उनको नहीं मिल रहा था, वह तुरंत अनु जी को आवाज़ जिसे सुन कर अनु रूम में आती है, किया हुआ वीर क्यों बुलाये वीर अनु तुमने खन्ना कांटेक्ट की फ़ाइल देखी है, मुझे मिल नहीं रही है, अनु आपको कभी कोई चीज मिलती है, यह बोल कर वह बेड के साइड ड्रा खोलती उसमे से एक फ़ाइल निकाल वीर को देती है, और बगल से निकलने लगती है, वीर तुरंत अनु का हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खींचते है जिसे अनु उनके सीने से टकरा जाती है, वीर अनु मुझे आपको प्यार करना है यह बोल कर वह अपने दोनों हाथो से अनु के boobs को दबाने लगते है, जब उनसे और बरदास नहीं होता तो अनु के साड़ी के पल्लू खींच कर निचे करते है, और ब्लाउज को ऊपर उठा देते है जिसे अनु गोल boobs बाहर आ जाता है, वह बिना देरी किये निप्पल अपने मुँह में लेकर चूसने लगते है, और दूसरे को अपने हाथ से दबाने लगते है, जिसे अनु जी भी काफ़ी उत्ते जीत हो जाती है, और वीर के सर के पीछे हाथ रख कर अपने boobs में पुस कर रही थी, जिसे वीर अपने मुँह में और boobs भर कर चूस रहा था, कुछ देर मे निप्पल को चूसना छोड़ कर अनु के होठो को चूमने लगे कुछ देर मैं होठो को छोड़ वह उनके चेहरे को देखते हुए, कुछ बोलने को हुए बाहर से आवाज़ आने लगी मम्मा आप कहाँ हो, अनु आवाज़ से पहचान जाती है, की प्रिंसेस उनकी बुला रही है, वह अपना हुलिया सही करके बाहर आती है, तो देखती थी, अन्वी उनके पास आ रही थी, और आते ही गले लग कर मम्मा कहे थे आप मुझे भूख लगी है, अनु प्रिंसेस चलिए मैं आपको खाना देती hu, अन्वी नहीं मुझे choco लावा केक खाना है, अनु ठीक आप बैठिये मे अभी बना कर लाती हु, यह बोल कर वह किचन मैं चली गयी, अनु और अन्वी का रिश्ता जान लेते है अन्वी साधना की बेहन अन्वी के माँ पापा डेथ के बाद साधना ही अन्वी को देखती थी, जब साधना को अनुराग से प्यार hua तो अनुराग अन्वी को अपनी बेटी मानता था शादी के बाद अनुराग की फॅमिली अन्वी को अपने बच्चे की तरह रखते थे||

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